मिट्टी की सोंधी सुगंध से सद्भावों की अलख जगाएँ। मिट्टी की सोंधी सुगंध से सद्भावों की अलख जगाएँ।
मिट्टी ही सब कुछ है उसके लिए... मिट्टी ही सब कुछ है उसके लिए...
हिंदुस्तान की मिट्टी में लुटा दी जो जान अपने वतन के खातिर हिंदुस्तान की मिट्टी में लुटा दी जो जान अपने वतन के खातिर
लहलहाती फसलों से हर ओर जहाँ हरियाली है खुशियों के रंग की होली जहाँ और जीत की दीवाली ह लहलहाती फसलों से हर ओर जहाँ हरियाली है खुशियों के रंग की होली जहाँ और जीत की ...
सौगंध है इस मिट्टी की अब ये जान है सिर्फ वतन की सौगंध है इस मिट्टी की अब ये जान है सिर्फ वतन की
पत्थरों को रगड़ा और आग लगा दी हमने, मजहब और सियासत को हवा दी हमने। पत्थरों को रगड़ा और आग लगा दी हमने, मजहब और सियासत को हवा दी हमने।